💯⚖⚖⚖ *ऐसा लगने लगा है कि देश में अब जनता का कोई योगदान नही रह गया है
--आज कल ऐसा लग रहा है कि कुछ मुठ्ठी भर लोग देश का भविष्य तय करलेंगे और कर रहे है ।तय करना और न करना सबका अधिकार है पर जनता का तो कोई रोल ही नही रह गया है।
जनता तो ऐसा हो गई ही मानो रोबोट हो ,जो जैसे चलाएगा वैसा चलना पड़ेगा।
ठेकेदार जो जनता के बन बैठे है ,जो दिल्ली में बैठे आकाओ को खुश करने के लिए जनता का बलिदान दे रहे है।
---*ठेकेदार इस प्रकार है ,और यह ठेकेदार का जनता मैं कोई अस्तिव नही है*
1. किसानों के ठेकेदार ,नाम लिखना उचित नही होगा क्यों कि ठेकेदारो की तादात ज्यादा है,फिर भी किसान आत्महत्या कर रहा है।
2.मजदूरों के ठेकेदार ,उनकी भी तादात बहुत है इनके नाम भी नही लिख सकता।आज भी मजदूरों की हालत और खराब है।
3.छात्रों को अपने इशारों पर चलाने की कोशिश करते है ,इनकी भी तादात बहुत है।और आज भी छात्र परेशान है।
3. नेताजी लोग दिल्ली मे बैठे मजे ले रहे है और यह कार्यकर्ता रोटी के लिए ,नौकरी के लिए मोहताज है।
4.व्यापारी के भी ठेकेदार है और वह भी सरकार और विपक्ष के इशारे पर चल रहा है और व्यपारियो की हालत वैसे की वैसी।
5. युवाओ के ठेकेदार है जो बंद कमरे में युवाओ का निर्णय लेते है,सोचो कैसे युवाओं का विकास होगा।
इन ठेकेदारो से मुक्ति मतलब देश आजाद होगा।यह लोग अपने फायदे के लिए किसी का भी बलिदान दे सकते है.
नोट *जनता का दिल इनसे ऊब गया है अब देश में बड़ा रेवोल्यूशन आने वाला है*
विशेष नोट *हमारी बात सिर्फ ठेकेदारो को बुरी लगेगी और यह ठेकेदार सब एक होकर भी जनता का कुछ नही कर पाएंगे।
➖❗हमारे हरदा का भविष्य दिल्ली या भोपाल में बैठे लोग कैसे कर सकते है।
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