➖जनसंपर्क मंत्री नरोत्तम मिश्रा का कद बढ़ाए जाने की अटकले तेज हो गई हैं। नरोत्तम मिश्रा को पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया जा सकता है।
➖दूसरी तरफ इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि यदि नरोत्तम मिश्रा को न्यायालय से राहत मिल जाती है तो, उन्हें मध्यप्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है।
➖ प्रदेश प्रवास के दौरान अमित शाह कल यानि 18 अगस्त की दोपहर नरोत्तम मिश्रा के निवास पर भोजन करेंगे।
राजनीतिक पंडितों द्वारा भोजन पर चर्चा के मायने भी निकाले जा रहे हैं।
➖अमित शाह के दौरे ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान के माथे पर चिंता की लकीरे खींच दी हैं।
➖मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बारे में कहा जाता है कि उनके सामने जिसका भी राजनीतिक कद बढ़ता दिखाई देता है वे धीरे-धीरे उसकी राजनीति खत्म कर देते हैं। मध्यप्रदेश में ऐसे कई उदाहरण आज भी जीवित हैं, जिसमें कैलाश विजयवर्गीय, लक्ष्मीकांत शर्मा और नरोत्तम मिश्रा भी शिवराज सिंह चौहान की राजनीति का शिकार हो चुके हैं। लेकिन नरोत्तम मिश्रा को केंद्र से मिली संजीवनी से उभर आए हैं।
➖पिछले आम चुनाव में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित नहीं किया गया था तब शिवराज सिंह चौहान ने भी नरेंद्र मोदी का विरोध किया था, उसे समय उन्होंने लालकृष्ण आडवाड़ी के नाम की खुलकर पैरवी की थी, लेकिन जैसे ही केंद्रीय नेतृत्व ने प्रधानमंत्री पद के लिए नरेंद्र मोदी के नाम का ऐलान किया उन्होंने रातों-रात लालकृष्ण आडवाड़ी के होर्डिंग पोस्टर उतरवा दिए थे। यह बात भी किसी से छुपी नहीं है।
➖सूत्रों की माने तो पिछले कई दिनों से भाजपा संगठन महामंत्री सुहास भगत और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बीच भी पटरी नहीं बैठ पा रही है। इसके अलावा प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान और सुहास भगत के बीच भी कई मुद्दों पर सहमति नहीं बन पाती।
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