पहले कहते थे गैस सिलिंडर की सब्सिडी छोड़ो
जनता ने समर्थन किया और सब्सिडी छोड़ी,पर सरकार ने थे गलत किया ,रोज के रोज सिलेंडर के रेट बढ़ाते जा रहे है।
जब यह नही बताया गया था कि रोज रेट बढ़ाये जायेंगे।
गलत कार्य है सरकार की,अपनी बात।ईमानदारी से भी नही कायम रहती है।
नोट *विपक्ष तो पक्ष से मिलकर काम कर रहा है ऐसा लग रहा है*
विशेष नोट *जनता सामने आएगी तो यहाँ के नेताजी कहेगे की जनता नेता बन रही है*
कहना का एक ही मतलब है मरण जनता का ही होना है
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