💯📝📝📝ट्रामा सेंटर हरदा की जरुरत है
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शान्तिकुमार जैसानी
➖ट्रामा सेंटर न होने से कितनी जान रोज अपना किसमत भोपाल और इंदौर के दम पर ही आजमाते है।
➖ट्रामा सेंटर अगर चालू हो जाये तो हम हरदावासियो की जान बच जायेगी और हम दोबारा हमारा जीवन जी सके
➖ट्रामा सेंटर नही था या भवन नही था तो समज भी आता था पर अब है तो चालू क्यों नही।
❗हमारी मांग इस प्रकार है❗
➖हरदा मैं ट्रामा सेंटर की मांग एक संगठन उठा चूका है हम उनकी बात को आगे बढ़ाते हुए यह बताना चाहते है की हरदा मैं जल्द शुरू हो ट्रामा सेंटर यह हरदा की जरुरत है।
➖ट्रामा सेंटर भवन का कार्य पूर्ण हो चूका है परंतु डॉक्टर और स्टाफ की नियुति नही हो पायी है ।जल्द नियुक्ति की जाये।
➖हमारे यहाँ गरीब और आदिवासी वर्ग के लोग एवम् मध्ययम वर्ग के लोग की तादात ज्यादा है उनके लिए इंदौर या भोपाल ले जाना मुश्किल है।।
☄❗क्या जान सिर्फ पैसे वाले की बच सकती है क्या बाकि किसी की जान की कोई कीमत नही है क्या।❗
➖नोट *हमारी जान इतनी सस्ती नही है की हम ट्रामा सेंटर के आभाव मैं मर जाये।
➖अगर अब कोई मौत ट्रामा सेंटर के आभाव मैं हुई तो इसकी जिमेदारी शासन और प्रसाशन की रहेगी।
❗ट्रामा सेंटर क्या है ❗
ट्रामा सेंटर में इमरजेंसी सेवा के साथ ही सर्जरी के काम भी होते हैं। ट्रामा सेंटर को चलाने के लिए विभाग ने 33 पद सृजित किए हुए हैं। प्रत्येक ट्रामा सेंटर में 33 पदों पर नियुक्ति होनी थी, लेकिन एक भी पद भरा नहीं गया है। ट्रामा सेंटर में सर्जन, आॅर्थोपैडिक सर्जन, एनेथेस्टिक, तकनीशियन, नर्स व वार्ड ब्वाय की तैनाती की जाती है। पदों को भरने के लिए शासन स्तर पर हुए प्रयास भी नाकाफी रहे हैं। डाक्टर भी दूरस्थ क्षेत्रों के ट्रामा सेंटर में जाने को तैयार नहीं है। सरकार के पास भी ऐसी कोई व्यवस्था नहीं है, जिससे ट्रामा सेंटर में डाक्टरों की तैनाती की जा सके। इन ट्रामा सेंटरों पर करोड़ों रुपए खर्च किए जा चुके हैं। अस्पताल के स्टाफ को ही ट्रामा सेंटर का काम सौंपा हुआ है, जिस कारण मरीजों को ट्रामा सेंटर का फायदा नहीं मिल पा रहा है
❗ट्रामा सेंटर के फायदे❗
ट्रामा सेंटर से यह होगा लोगों को फायदा
ट्रामा सेंटर के बनने के बाद से सड़क हादसे सहित अन्य दुर्घटनाओं में घायल होने वाले मरीजों को जिला अस्पताल में ही इलाज मिल सकेगा। अभी तक यहां आने वाले गंभीर मरीजों को जिला अस्पताल में प्राथमिक इलाज देकर यहां से इंदौर, भोपाल के अस्पतालों में रैफर करना पड़ता है। जहां तक पहुंचने में समय और रुपए दोनों की बर्बादी होती है। कई घायल तो रास्ते में ही दम तोड़ देते हैं। ट्रामा सेंटर के लिए अलग से डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ रहेगा। हड्डी रोग विशेषज्ञ, मेडिकल विशेषज्ञ, निश्चेतना विशेषज्ञ, फिजियो थेरेपिस्ट और रेडियोग्राफर सहित नर्सिंग स्टॉफ रहेगा। जिससे घायलों को यहीं इलाज मिल पाएगा। अभी तक ट्रामा सेंटर शुरू नहीं होने से मरीजों को सुविधा नहीं मिल पा रही है
विशेष नोट -जल्द ही हरदा मैं ट्रामा सेंटर को लेकर होगा बड़ा आंदोलन।
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