📝📝📝किसानो के साथ सौतेला व्यवहार कब तक।
---------------------------------------------
शांतिकुमार जैसानी
देश मैं बेठे सभी नेता कितना भेद भाव करते है ।
इसका एक छोटा सा उदहारण आप को बताता हु।
हम और आप किसान धुप मैं बारिश और गर्मी मैं मेहनत करके और अपनी पुश्तैनी विरासत मतलब की किसानी को बचाने के लिए दिन रात काम करते है ।किसान दिन रात कार्य कर अपना पूरा समय किसानी मैं लगता है पर मिलता क्या है।
हम किसान के द्वारा पैदा किया गया गेहू का 1 किलो का रेट 14 रुपया और वही उद्योगपतिओ के द्वारा हमारी ही नदी का पानी निकालकर बेचने पर उन्हें 1 लीटर का 15 रुपया मिलता है।
अब आप ही सोचिये की किसान के लिए कितना सोचती है सरकार।
किसान की मेहनत की कीमत नदी से निकला हुआ पानी से भी कम है।
नोट -एक समय ऐसा आने वाला है की सरकार को किसानी करने वाले नहीं मिलेगे और सरकार फिर नौकरी पर किसान को रखेगी अगर ऐसे ही किसानो के साथ भेद भाव किया गया तो।
_____--------------------------------------
Comments
Post a Comment